Origin of Scythian Roma/Gypsy people is Central Asia
शक(धनगर/मेषपाल) और सिथियन(रोमा/जिप्सी, वंजारी और पारद/पारधी) लोगों का मुल: इराण और मध्य एशिया
शक और सिथियन(घुमंतू) लोगों की भाषा इराणी थीIधनगर(पशुपाल) और बंजारा(घुमंतू) लोगों द्वारा घोड़े का इस्तेमाल मानवी इतिहास की महत्त्वपूर्ण घटना हैI बंजारा भारत की मूलनिवासी जाति हैIभारत से बाहर जाने के बाद उनका मध्य एशिया की रोमा/जिप्सी जाति के साथ संयोग हो गया हैI बंजारा जाति का मुल सिँधु सभ्यता में जाता हैI धनगर-मेषपाल लोगों का उदय पश्चिम एशिया और ईरान की प्राचीन संस्कृति में से हो गया थाI रोमा/जिप्सी, वंजारी और पारद/पारधी लोग मध्य एशिया यानि की यूरेशिया के मैदान में हजारो साल तक भटकते रहेI
शक(धनगर/मेषपाल) और सिथियन(रोमा/जिप्सी, वंजारी और पारद/पारधी) लोगों का मुल: इराण और मध्य एशिया
शक और सिथियन(घुमंतू) लोगों की भाषा इराणी थीIधनगर(पशुपाल) और बंजारा(घुमंतू) लोगों द्वारा घोड़े का इस्तेमाल मानवी इतिहास की महत्त्वपूर्ण घटना हैI बंजारा भारत की मूलनिवासी जाति हैIभारत से बाहर जाने के बाद उनका मध्य एशिया की रोमा/जिप्सी जाति के साथ संयोग हो गया हैI बंजारा जाति का मुल सिँधु सभ्यता में जाता हैI धनगर-मेषपाल लोगों का उदय पश्चिम एशिया और ईरान की प्राचीन संस्कृति में से हो गया थाI रोमा/जिप्सी, वंजारी और पारद/पारधी लोग मध्य एशिया यानि की यूरेशिया के मैदान में हजारो साल तक भटकते रहेI
ब्राह्मणों सहित महाराष्ट्र की अस्सी प्रतिशत(80%) जनसख्या धनगर(पशुपाल),बंजारा और वंजारी जातियों की वंशज हैI कुछ राजपूतों का मूल और वेशभूषा बंजारों से काफी मिलती हैI राठोड उपनाम बंजारों में अक्सर पाया जाता हैIशिकारी पारधी लोग पारद(पर्थियन) साम्राज्य के संस्थापक हैI लेकिन ब्राह्मण अपने असली पिताजी को भूल गये जो प्राचीन संस्कृति और सभ्यता के निर्माण कर्ता रहे हैI ब्राह्मणों ने झूठी वर्णव्यवस्था का निर्माण कर उन्हें शुद्र बनाकर शिक्षा से वंचित रखा और देश को हजारो साल तक का पिछड़ापन देने मे योगदान दीयाI अफसोस की बात ये है कि हमारे धनगर राजाओं ने ब्राह्मणों को आश्रय देकर उनकी वर्णव्यवस्था का समर्थन कि्याI
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